अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का विशेष महत्व है। शरद पूर्णिमा, वर्षा और शीत ऋतु के संधि काल की पूर्णिमा होती है और चंद्रमा अपनी पूर्ण कला में होता है। मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा अमृत वर्षा करता है। शरद पूर्णिमा के चंद्रमा के पूजन से स्वस्थ और निरोगी काया की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा भी विशेष फलदायी है। पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। इस दिन अष्टलक्ष्मी के पूजन से धन-धान्य की प्राप्ति होती है।